काजू के पेड़ का वानस्पतिक नाम Anacardium occidentale है, जो एक सदाबहार उष्णकटिबंधीय वृक्ष है और लगभग 46 फीट तक ऊँचा होता है। यह मुख्य रूप से भारत, ब्राज़ील, वियतनाम, नाइजीरिया और फ़िलिपीन्स जैसे क्षेत्रों में पाया जाता है।
काजू की पत्तियाँ औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं और इनमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। इनमें विटामिन B और C के साथ-साथ आयरन, कैल्शियम, जिंक, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, मैंगनीज, सोडियम और पोटैशियम जैसे खनिज भी प्रचुर मात्रा में होते हैं।
स्वास्थ्य लाभ:
काजू की पत्तियाँ हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में सहायक हैं।
पित्ताशय की पथरी बनने की संभावना को कम करती हैं।
संक्रमणों से बचाने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती हैं।
नसों और मांसपेशियों को आराम देकर तंत्रिका तंत्र को संतुलित रखती हैं।
दांतों के दर्द और मसूड़ों की समस्याओं में लाभकारी।
बालों की वृद्धि को बढ़ावा देती हैं।
फ्री रेडिकल्स से लड़ने के लिए एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रदान करती हैं।
मधुमेह, एलर्जी, पथरी, एनीमिया और हृदय रोगों के उपचार में सहायक।
सेवन विधि:
एक मुट्ठी काजू की पत्तियाँ लें और 1 लीटर पानी में 10 मिनट तक उबालें। इस मिश्रण को छानकर दिन में दो बार सेवन करें, विशेष रूप से मधुमेह के इलाज के लिए।













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