मेंहदी के पत्ते, जिनका वैज्ञानिक नाम Lawsonia inermis है, Lythraceae परिवार से संबंधित हैं। मेंहदी एक फूलदार पौधा है जो दक्षिण-पश्चिम एशिया, उत्तर अफ्रीका और भारत में पाया जाता है। यह एक सदाबहार पेड़ या झाड़ी होती है जो 6 से 25 फीट तक बढ़ती है। मेंहदी का उपयोग औषधीय और औद्योगिक दोनों उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जैसे रेशमी, ऊनी और चमड़े के वस्त्रों को रंगना। यह त्वचा, बालों और नाखूनों को प्राकृतिक रूप से रंगने में भी सहायक है।
मेंहदी के सामान्य नामों में हिना, जमैका मिग्नोनेट, इजिप्शियन-प्राइवेट, अल्काना, कैम्पफायर, स्मूथ लॉसनिया, साइप्रस श्रब, मिंडी, इनाई, हिनाई और पकार कुकु शामिल हैं।
स्वास्थ्य लाभ:
मेंहदी के पत्ते बालों की मजबूती बढ़ाने और रूसी को रोकने में मदद कर सकते हैं।
मेंहदी लगाने से नाखूनों को बैक्टीरियल संक्रमण से बचाव मिलता है।
इसमें प्राकृतिक ठंडक देने वाले गुण होते हैं जो त्वचा की गर्मी कम करते हैं।
मेंहदी के पत्तों में एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं जो उम्र बढ़ने के लक्षण और झुर्रियों को कम करने में सहायक हैं।
मेंहदी के पत्तों का उपयोग घावों या जलने वाले हिस्सों पर सूजन और जलन को कम करने में किया जा सकता है।
आयुर्वेद में मेंहदी सिरदर्द, माइग्रेन और तनाव कम करने के लिए उपयोगी मानी जाती है।
यह संधिवात और आर्थराइटिक दर्द के उपचार में भी मदद करती है।
मेंहदी के छाल का उपयोग पीलिया और यकृत के बढ़ने के इलाज में किया जाता है।
बालों के लिए उपयोग विधि (हेयर पैक):
आवश्यक मात्रा में मेंहदी पाउडर लें।
इसे पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं।
इसे सिर की त्वचा और बालों पर लगाएं।
40 से 50 मिनट बाद धो लें।
मेंहदी टैटू बनाने की विधि:
3 से 4 चम्मच मेंहदी पाउडर लें।
पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं।
शरीर, हाथ या पैर पर डिजाइन बनाएं।
3 से 4 घंटे बाद हटाएं। यह अस्थायी टैटू देता है।
बाहरी उपयोग:
1-2 चम्मच मेंहदी पाउडर लें।
गुलाब जल के साथ पेस्ट बनाएं।
माथे पर समान रूप से लगाएं।
10-15 मिनट रखें और फिर पानी से धो लें।
यह तनाव और सिरदर्द से राहत देता है।














Reviews
There are no reviews yet.